Take a fresh look at your lifestyle.

Kitne Atal The Tere Irade Lyrics

0 1,031

kitne atal the

A beautiful song from the movie Ek Bar Muskura Do starring Joy Mukherjee, Tanuja, and Deb Mukherjee. The film was released in the year 1972. Music was composed by O P Nayyar and lyrics were penned by Indeevar.

Movie Details

Movie: Ek Bar Muskura Do

Singer/Singers: Kishore Kumar

Music Director: O P Nayyar

Lyricist: Indeevar

Actors/Actresses: Joy Mukherjee, Tanuja, and Deb Mukherjee

Year/Decade: 1972

Music Label: Universal Music India Pvt Ltd

Song Lyrics in English Text

Kitne Atal The Tere Irade, Yaad To Kar Tu Wafa Ke Wade
Tune Kaha Tha Kha Kar Kasme, Sada Nibhayenge Pyar Ki Rasme
Tu Auro Ki Kyun Ho Gayi, Tu Hamari Thi, Jaan Se Pyari Thi
Tere Liye Maine Duniya Sawari Thi
Tu Tu Auro Ki Kyun Ho Gayi

Kya Ye Tere Sukh Ke Sadhan, Meri Yaad Ko Bhula Sakenge
Meri Yaad Jab Nind Uda Degi, Kya Ye Tujhko Sula Sakenge
Ho Kya Ye Tujhko Sula Sakenge
Sadhan Me Sukh Hota Nahi Hai, Sukh Jivan Ki Ek Kala Hai
Mujhse Hi Chhal Kiya Na Tune, Apne Ko Tune Aap Chhala Hai
Tu Auro Ki Kyun Ho Gayi, Tu Hamari Thi, Jaan Se Pyari Thi
Tere Liye Maine Duniya Sawari Thi
Tu Auro Ki Kyun Ho Gayi

Tere Liye Main Laya Bahaare, Tere Liye Main Jaan Pe Khela
To Dil Tune Raah Na Dekhi, Chhod Ke Chal Di Mujhe Akela
Ho Chhod Ke Chal Di Mujhe Akela
Teri Judai Meri Chita Hai, Gum Ki Chita Me Main Jal Raha Hu
Mann Mera Dehke Marhat Jaisa, Angaro Par Main Chal Raha Hu
Tu Auro Ki Kyun Ho Gayi

Song Lyrics in Hindi Font/Text

तुझको आज बताना होगा
क्या थी वो मजबूरी
साथ उम्र भर का देना था
दे दी उम्र भर की दूरी

कितने अटल थे तेरे इरादे
याद तो कर तू वफ़ा के वादे
तूने कहा था, खाकर क़समें
सदा निभायेंगे प्यार की रसमें
तू औरों की क्यों हो गयी
तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिये मैं ने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यों हो गयी …

प्यार की मस्ती तूने न चाही
तूने तो चाहा चाँदी का प्याला
आँसू किसी के क्या तू पहनती
तुझको पहननी थी मोती की माला
हो, तुझको पहननी थी मोती की माला
पग पग पर वि{श}वास के बदले
छला करेगी तुझको शंका
आग के लपटों में लिपटी है
ये तेरी सोने की लंका
तू औरों की क्यों हो गयी …

क्या ये तेरे सुख के साधन
मेरी याद को भुला सकेंगे
मेरी याद जब नींद उड़ा देगी
क्या ये तुझको सुला सकेंगे
हो, क्या ये तुझको सुला सकेंगे
साधन में सुख होता नहीं है
सुख जीवन की एक कला है
मुझसे ही छल किया न तूने
अपने को तूने आप छला है
तू औरों की क्यों हो गयी …

तेरे लिये मैं लाया बहारें
तेरे लिये मैं जान पे खेला
दो दिन भी तूने राह न देखी
छोड़ के चल दी मुझे अकेला
हो, छोड़ के चल दी मुझे अकेला
तेरी जुदाई मेरी चिता है
ग़म कि चिता में मैं जल रहा हूँ
मन मेरा दहके मरघट जैसा
अंगारों पे मैं चल रहा हूँ
तू औरों की क्यों हो गयी …

तू हमारी थी, जान से प्यारी थी
तेरे लिये मैं ने दुनिया सँवारी थी
तू औरों की क्यों हो गयी …

Leave A Reply

Your email address will not be published.