Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Lyrics
Song Lyrics from the movie Mere Mehboob starring Rajendra Kumar, Sadhana, Ameeta, Rehman, Ashok Kumar, Nimmi, Johny Walker, Pran. The film was released in the year 1963. Music was composed by Naushad Ali and lyrics were penned by Shakeel Badayuni.
Movie Details
Movie: Mere Mehboob
Singer/Singers: Asha Bhosle, Lata Mangeshkar, Mohammed Rafi
Music Director: Naushad Ali
Lyricist: Shakeel Badayuni
Actors/Actresses: Rajendra Kumar, Sadhana, Ameeta, Rehman, Ashok Kumar, Nimmi, Johny Walker, Pran
Year/Decade: 1963
Music Label: Saregama India Limited
Song Lyrics in English Text
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Phir Mujhe Nargisi Aankhon Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Ae Mere Khwab Ki Tabir, Meri Jaan-e-ghazal
Zindagi Meri Tujhe Yaad Kiye Jati Hai
Raat Din Mujhko Satata Hai Tassawwur Tera
Dil Ki Dhadkan Tujhe Awaaz Diye Jati Hai
Aa Mujhe Apni Sadaao Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Bhul Sakti Nahi Aankhe Wo Suhana Manzar
Jab Tera Husn Mere Ishq Se Takraya Tha
Aur Phir Raah Me Bikhre The Hazaro Nagme
Mai Wo Nagme Teri Aawaaz Ko De Aaya Tha
Saaz-e-dil Ko Unhi Geeto Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Yaad Hai Mujh Ko Meri Umr Ki Pehli Wo Ghadi
Teri Aankho Se Koi Jaam Piya Tha Maine
Meri Rag Rag Me Koi Barq Si Lehrayi Thi
Jab Tere Marmari Hatho Ko Chhua Tha Maine
Aa Mujhe Phir Unhi Hatho Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Maine Ek Baar Teri Ek Jhalak Dekhi Hai
Meri Hasrat Hai Ke Mai Phir Tera Deedar Karu
Tere Saye Ko Samajhkar Mai Hasin Tajmahal
Chandni Raat Me Nazro Se Tujhe Pyar Karu
Apni Mehki Huyi Zulfo Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Dhundhta Hu Tujhe Har Raah Me Har Mehfil Me
Thak Gaye Hai Meri Majboor Tamanna Ke Kadam
Aaj Ka Din Meri Umeed Ka Hai Aakhri Din
Kal Na Jane Mai Kaha Aur Kaha Tu Ho Sanam
Do Ghadi Apni Nigaho Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Samne Aake Zara Parda Uthha De Rukh Se
Ek Yahi Mera Ilaaj-e-gham-e-tanhayi Hai
Teri Furkat Ne Pareshan Kiya Hai Mujh Ko
Ab To Mil Ja Ke Meri Jaan Pe Ban Aayi Hai
Dil Ko Bhuli Hui Yaado Ka Sahara De De
Mera Khoya Hua Rangin Nazara De De
Mere Mehboob Tujhe Meri Mohabbat Ki Kasam
Mere Mehboob Tujhe
Song Lyrics in Hindi Text
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की क़सम
फिर मुझे नरगिसी आँखों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे, मेरे महबूब तुझे …
भूल सकती नहीं आँखें वो सुहाना मंज़र
जब तेरा हुस्न मेरे इश्क़ से टकराया था
और फिर राह में बिखरे थे हज़ारोँ नग़में
मैं वो नग़में तेरी आवाज़ को दे आया था
साज़-ए-दिल को उन्हीं गीतों का सहारा दे दे
मेरा खोया …
याद है मुझको मेरी उम्र की पहली वो घड़ी
तेरी आँखों से कोई जाम पिया था मैने
मेरे रग रग में कोई बर्क़ सी लहराई थी
जब तेरे मरमरी हाथों को छुआ था मैने
आ मुझे फिर उन्हीं हाथों का सहारा दे दे
मेरा खोया …
मैने इक बार तेरी एक झलक देखी है
मेरी हसरत है के मैं फिर तेरा दीदार करूँ
तेरे साए को समझ कर मैं हंसीं ताजमहल
चाँदनी रात में नज़रों से तुझे प्यार करूँ
अपनी महकी हुई ज़ुल्फ़ों का सहारा दे दे
मेरा खोया …
ढूँढता हूँ तुझे हर राह में हर महफ़िल में
थक गये हैं मेरी मजबूर तमन्ना के कदम
आज का दिन मेरी उम्मीद का है आखिरी दिन
कल न जाने मैं कहाँ और कहाँ तू हो सनम
दो घड़ी अपनी निगाहों का सहारा दे दे
मेरा खोया …
सामने आ के ज़रा पर्दा उठा दे रुख़ से
इक यही मेरा इलाज-ए-ग़म-ए-तन्हाई है
तेरी फ़ुरक़त ने परेशान किया है मुझको
अब मिल जा के मेरी जान भी बन आई है
दिल को भूली हुई यादों का सहारा दे दे
मेरा खोया …
मेरे महबूब तुझे मेरी मुहब्बत की कसम
फिर मुझे नर्गिसी आँखों का सहारा देदे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे …
ऐ मेरे ख़्वाब की ताबीर मेरी जान-ए-जिगर
ज़िन्दगी मेरी तुझे याद किये जाती है
रात दिन मुझको सताता है तस्सव्वुर तेरा
दिल की धड़कन तुझे आवाज़ दिये जाती है
आ मुझे अपनी सदाओं का सहारा देदे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे …
याद है मुझको मेरी उम्र की पहली वो घड़ी
तेरी आँखों से कोई जाम पिया था मैंने
मेरी रग-रग में कोई बर्क सी लहराई थी
जब तेरे मरमरी हाथों को छुआ था मैंने
आ मुझे फिर उन्हीं हाथों का सहारा देदे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा देदे
मेरे महबूब तुझे …
सामने आके ज़रा परदा उठादे रुख से
इक यही मेरा इलाज-ए-ग़म है
तेरी फ़ुरक़त ने परेशान किया है मुझको
अब तो मिल जा के मेरी जान पे बन आई है
दिल को भूली हुई यादों का सहारा दे दे
मेरा खोया हुआ रंगीन नज़ारा दे दे
मेरे महबूब तुझे