Permit Bina Is Jahan Me Lyrics
Song Lyrics from the movie Apna Haath Jagannath starring Kishore Kumar, Sayeeda Khan, Nazir Hasain, Leela Chitnis, Jagdev. The film was released in the year 1960. Music was composed by Sachin Dev Burman and lyrics were penned by Kaifi Azmi.
Movie Details
Movie: Apna Haath Jagannath
Singer/Singers: Kishore Kumar
Music Director: Sachin Dev Burman
Lyricist: Kaifi Azmi
Actors/Actresses: Kishore Kumar, Sayeeda Khan, Nazir Hasain, Leela Chitnis, Jagdev
Year/Decade: 1960
Music Label: Saregama India Limited
Song Lyrics in English Text
Permit Permit Permit
Permit Ke Liye Mar Mit
Permt Bina Is Jahan Me
Do Din Bhi Na Jiya Jaye
Permit Permit Permit
Permit Ke Liye Mar Mit
Dunia Se Bada Tu Dunia Basane Wale
Tujhse Bhi Hai Unche Permit Banane Wale
Hue Paida To Permit Rahe Jinda To Permit
Uthe Murda To Permit
Paida To Permit Jinda To Premit
Murda To Permit Dekho Ye Jamana
Permit Permit Permit Permit Ke Liye Mar Mit
Permt Bina Is Jahan Me Do Din Bhi Na Jiya Jaye
Permit Permit Permit
Ek Roz Gaye Ji Ham Daru Chodane
Dekho Ye Tamasha Pahuche Waha Se Thane
Hua Ye Ham Pe Sitam Waha Jakde Gaye Hum
Manga Jo Permit Hamne Kaha Na Na
Permit Permit Permit Permit Ke Liye Mar Mit
Permt Bina Is Jahan Me Do Din Bhi Na Jiya Jaye
Permit Permit Permit
O Thank You Oye Lalu
Chaha Tha Permit Se Apni Jan Bacha Le
Jane Na Jamana Chupke Se Jahar Khale
Gaye Hum Ek Dukan Par Kaha Do Jahar Mister
Wo Bola Wo Sikandar Permit To Dikhana
Majnu Ne Laila Se Jab Shadi Ko Kaha
Boli Mujhe Na Pucho Abba Se Milo Ja
Buddhe Ka Hukka Bhara Bola Kya Sar Hai Fira
Shadi Se Pehle Jara Permt To Dikha Permit Permit Permit
Permit Ke Liye Mar Mit Permt Bina Is Jahan Me
Do Din Bhi Na Jiya Jaye Permit Permit Permit
Song Lyrics in Hindi Text
परमिट परमिट परमिट
परमिट के लिए मर मिट
पेरंट बिना इस जहाँ में
दो दिन भी न जिया जाये
परमिट परमिट परमिट
परमिट के लिए मर मिट
दुनिआ से बड़ा तू
दुनिआ बसने वाले
तुझसे भी है ऊँचे
परमिट बनाने वाले
हुए पैदा तो परमिट
रहे जिन्दा तो परमिट
उठे मुर्दा तो परमिट
पैदा तो परमिट
जिन्दा तप ोिर्मित
मुर्दा तो परमिट
देखो ये जमाना
परमिट परमिट परमिट
परमिट के लिए मर मिट
पेरंट बिना इस जहाँ में
दो दिन भी न जिया जाये
परमिट परमिट परमिट
एक रोज़ गए जी हम
दारू चढ़ाने
देखो ये तमाशा
पहुंचे वह से ठाणे
हुआ ये हम पे सितम
वह जकड़े गए हम
माँगा जो परमिट
हमने कहा न न
परमिट परमिट परमिट
परमिट के लिए मर मिट
पेरंट बिना इस जहाँ में
दो दिन भी न जिया जाये
परमिट परमिट परमिट
ओ थैंक यू ोये लालू
चाहा था परमिट
से अपनी जान बचाले
जाने न जमाना
चुलके से जहर खले
गए हम एक दुकान पर
कहा जो जहर मिस्टेर
वो बोला वो सिकंदर
परमिट तो दिखना
मजनू ने लैला से
जब साड़ी को कहा
बोली मुझे न
पूछो अब्बा से मिलो जा
उसे था गुस्सा भरा
क्या अगर है
जरा पेरंट तो दिखा
परमिट परमिट परमिट
परमिट के लिए मर मिट
पेरंट बिना इस जहाँ में
दो दिन भी न जिया जाये
परमिट परमिट परमिट